भारतीय राजनीति में विपक्ष की स्थिति
विपक्ष मुद्दा विहीन है और प्रधानमंत्री की पिच पर बैटिंग करने को मजबूर है मगर
विपक्ष मुद्दा विहीन है और प्रधानमंत्री की पिच पर बैटिंग करने को मजबूर है मगर
जिस दिन से आम आदमी पार्टी और उसके संयोजक केजरीवाल ने दिल्ली की सत्ता संभाली
व्यक्ति का हृदय व्याकुल है, प्रेम में धोखा, विश्वासघात के कारण उसके हृदय से ये
तेजी से वैश्वीकरण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की विशेषता वाले युग में, वैदिक सनातन धर्म, इसके
जीवन की भी क्या विडंबना है कि काम और रोजगार के लिए आदमी को अपनी
आज का भारत जहाँ विश्व को रास्ता दिखा रहा है और नए – नए कीर्तिमान
मेरी उम्र अमूमन 5 साल तो बढ़ ही गयी होगी क्योंकि छठ पूजा के अवसर
कहते हैं कि शर्म को अगर बेचकर पैसे मिले तो बेशर्म और ग़ैर ज़िम्मेदार व्यक्ति