समर्थ व्यक्ति
समर्थ व्यक्ति वो नहीं जिसके पास अपार धन और वैभव है बल्कि समर्थ वो है
समर्थ व्यक्ति वो नहीं जिसके पास अपार धन और वैभव है बल्कि समर्थ वो है
जब आप संकल्प लेते हैं तो आप आधी जीत तभी पूरी कर लेते हैं और
हारा हुआ व्यक्ति भी जीत सकता है यदि अनवरत प्रयास करे तो मगर गिरी हुई
मौलिकता अजेय है और नकल मान्यता प्राप्त करने का असफल प्रयास है